9-10th 2015
1) हाल ही में सम्पन्न हुए वर्ष 2015 के बिहार विधानसभा चुनावों (2015 Bihar Assembly Elections) के परिणामों की घोषणा 8 नवम्बर 2015 को की गई जिसमें नीतीश कुमार लालू यादव के नेतृत्व वाले महागठबन्धन (Grand Alliance) ने भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबन्धन (राजग – NDA) को चारों खाने चित करते हुए अप्रत्याशित जीत हासिल कर ली। महागठबन्धन ने 178
सीटें हासिल की जबकि राजग 58 सीटों पर सिमट गया। इस अभूतपूर्व जीत के बाद नीतीश कुमार कौन सी बार बिहार के मुख्यमंत्री बनेंगे? – चौथी बार
विस्तार: नीतीश कुमार इससे पहले तीन बार राज्य के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। वे पहली बार मार्च 2000 में मात्र 8 दिन के लिए राज्य के मुख्यमंत्री बने थे। उस समय वे तत्कालीन समता पार्टी के नेता थे। इसके बाद वे 24 नवम्बर 2005 से 20 मई 2014 तक राज्य के मुख्यमंत्री रहे। उस समय उन्होंने 2014 के लोकसभा चुनावों में अपनी पार्टी जदयू (JDU) की हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद उनके सहयोगी जीतन राम मांझी को राज्य का मुख्यमंत्री बनाया गया। फिर फरवरी 2015 में सरकार में व्याप्त संकट की स्थिति को देखते हुए राज्य के मुख्यमंत्री की कमान एक बार फिर नीतीश कुमार को सौंप दी गई।
नीतीश कुमार अब चौथी बार राज्य के मुख्यमंत्री बनेंगे तथा वे बिहार के सबसे लोकप्रिय त्यौहारछठके सम्पन्न होने के बाद राज्य के मुख्यमंत्री की कमान संभालेंगे।
2015 बिहार विधानसभा चुनाव : दलगत स्थिति (कुल विधानसभा सीटें 243)
महागठबन्धन (Grand Alliance) – 178 सीटें
जदयू (JDU) – 71, राजद (RJD) – 80, कांग्रेस – 27
राजग (NDA) – 58 सीटें
भाजपा (BJP) – 53, लोजपा (LJP) – 3, आरएलएसपी (RLSP) – 3, हम (HAM) – 1
अन्य – 7 सीटें

2) 8 नवम्बर 2015 को म्यांमार (Myanmar) में एक नया इतिहास रचा गया जब लगभग 25 वर्षों के बाद देश में शांतिपूर्ण निष्पक्ष तरीके से संसदीय चुनावों का आयोजन इस दिन किया गया। इन चुनावों के परिणामों की घोषणा एक दिन बार 9 नवम्बर से शुरू हुई जिसके अनुसार देश की सुप्रसिद्ध नेत्री तथा शांति के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित आंग सांग सू (Aung San Suu Kyi) के नेतृत्व वाली पार्टी इम चुनावों की विजेता बनकर उभरी। इस पार्टी का नाम क्या है? – नेशनल लीग फॉर डेमोक्रेसी (NLD)
विस्तार: म्यांमार में 8 नवम्बर 2015 को सम्पन्न हुए संसदीय चुनाव को देश के इतिहास में एक अहम पड़ाव माना जा रहा है। यह चुनाव जहाँ 25 साल के बाद देश में हुए पहले निष्पक्ष तथा पारदर्शी तरीके से कराए गए चुनाव थे वहीं दशकों से देश की सत्ता पर काबिज सैन्य सरकार द्वारा वर्ष 2011 में सत्ता राष्ट्रपति थिन शेन (President Thein Sein) को सौंपे जाने के बाद देश में आयोजित पहले चुनाव थे। थिन शेन ने अर्द्ध-सैन्य सरकार का संचालन पिछले 4 वर्षों के दौरान किया।
इस ऐतिहासिक चुनाव में पूर्व नोबेल पुरस्कार विजेता आंग सांग सू की के नेतृत्व वाली नेशनल लीग फॉर डेमोक्रेसी (National League for Democracy – NLD) को भारी बहुमत हासिल हुआ। 9 नवम्बर 2015 को विपक्षी यूनियन सॉलिडेरिटी एण्ड डेवलपमेण्ट पार्टी (Union Solidarity and Development Party – USDP) ने अपनी हार मान ली। यही पार्टी 2011 से देश की सत्ता पर काबिज थी तथा इसे सेना का समर्थन हासिल था। लेकिन 25% संसदीय सीटें सेना के अनिर्वाचित प्रतिनिधियों के लिए आरक्षित हैं, जिनके द्वारा USDP का समर्थन करने की आशा है।
उल्लेखनीय है कि आंग सांग सू की देश की राष्ट्रपति बनने के लिए अर्ह नहीं हैं क्योंकि उनके बच्चे म्यांमार के नागरिक होकर ब्रिटिश नागरिक हैं तथा देश के संविधान के अनुसार ऐसा होने की स्थिति में उम्मीदवार राष्ट्रपति के पद के लिए अर्ह नहीं रहता है।
3) पश्चिमी अफ्रीकी देश सियरा लियोन (Sierra Leone) को 7 नवम्बर 2015 को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इबोला-मुक्त (Ebola-Free) घोषित कर दिया जिसके बाद महीनों से दुश्वारियाँ झेल रहा पूरा देश खुशियों में डूब गया। इस घोषणा के बाद अब इस क्षेत्र का वह एकमात्र देश कौन सा है जो अभी भी इबोला की चपेट में बना हुआ है? – गिनी (Guinea)
विस्तार: पश्चिमी अफ्रीका (West Africa) की इबोला (Ebola) महामारी इबोला के अब तक के इतिहास की सबसे भयंकर महामारी है। इसने मुख्यत: तीन देशों को अपनी चपेट में लियागिनी (Guinea), सियरा लियोन (Sierra Leone) और लाइबेरिया (Liberia) इसके अलावा कुछ पड़ोसी देशों जैसे सेनेगल, माली और नाइजीरिया में भी इबोला के मामले सामने आए। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने गिनी, सियरा लियोन और लाइबेरिया को इबोला-ग्रस्त घोषित किया था। पहले लाइबेरिया तथा अब सियरा लियोन को जहाँ इबोला-मुक्त घोषित किया जा चुका है वहीं गिनी में अभी भी इबोला पूरी तरह से समाप्त नहीं हुआ है।
गिनी (Guinea) में ही इबोला महामारी की शुरूआत दिसम्बर 2013 में हुई थी। अब तक इसके चलते पश्चिमी अफ्रीका में 11 हजार से अधिक लोग मारे जा चुके हैं। यह इबोला के इतिहास का सबसे भयंकर फैलाव रहा है। यहाँ की स्थानीय सरकारों, गैर-सरकारी संगठनों, विश्व स्वास्थ्य संगठन तथा तमाम स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के अथक प्रयासों से लाइबेरिया को सितम्बर 2015 में तथा 7 नवम्बर को सियरा लियोन को इबोला मुक्त घोषित कर दिया गया। लेकिन गिनी अभी भी इबोला-ग्रस्त माना जा रहा है क्योंकि यहाँ इबोला के कुछ गिनती के मामले अभी भी बने हुए हैं।
4) दिग्गज उपभोक्ता उत्पाद कम्पनी नेस्ले (Nestle) की भारतीय इकाई नेस्ले इण्डिया (Nestle India) ने अपने लोकप्रिय नूडल ब्राण्डमैगी” (Maggi) को 9 नवम्बर 2015 को एक बार फिर भारतीय बाजारों में उतार दिया। मैगी को लगभग 5 माह के बाद बाजार में उतारा गया है जब इसमें सीसे (lead) की मात्रा निर्धारित सीमा से अधिक होने के खुलासे के बाद इसपर देश भर में प्रतिबन्ध लगा दिया गया था। नेस्ले नेमैगीनूडल्स को बाजार में तेजी से पहुँचाने के लिए किस ऑनलाइन रिटेल कम्पनी से गठजोड़ किया है? – स्नैपडील (Snapdeal)
विस्तार: नेस्ले इण्डिया नेमैगीनूडल्स को रोल-आउट को तेजी से करने के लिए ऑनलाइन रिटेल कम्पनी स्नैपडील (Snapdeal) के साथ करार किया गया है जिसके तहत स्नैपडील अपने सप्लाई नेटवर्क की मदद सेमैगीको तेजी से बाजार में पहुँचाने में मदद प्रदान करेगा।
नेस्ले इण्डिया ने इससे पहले घोषणा की थी कि मैगी नूडल्स मसाला National Accreditation Board for Testing and Calibration Laboratories द्वारा मान्यता प्राप्त लैब्स के परीक्षण में पूरी तरह से उपयुक्त पाया गया है। उल्लेखनीय है कि बंबई उच्च न्यायालय ने इस मामले के संदर्भ में मैगी नूडल्स की जाँच करने का आदेश दिया था।
हालांकि मैगी की आपूर्ति फिलहाल देश के उन आठ राज्यों में नहीं हो पायेगी जहाँ इसपर राज्य सरकारों ने प्रतिबन्ध लगा दिया था।
उल्लेखनीय है कि जून 2015 के दौरान भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (Food Safety and Standards Authority of India – FSSAI) ने मैगी नूडल्स पर प्रतिबन्ध लगा दिया था क्योंकि इसमें मौजूद सीसे (lead) की मात्रा मानवीय उपभोग के लिए निर्धारित अधिकतम मात्रा से ज़्यादा पाई गयी थी। इसके बाद नेस्ले इण्डिया ने इस उत्पाद को बाजार से हटा लिया था।
5) वाई. रामकृष्णा रेड्डी और लक्ष्मीकांता रेड्डी नामक दो शौकिया पुरातत्वविदों (amateur archaeologists) का नाम हाल ही में उस समय चर्चा में आया जब इन्होंने मध्यपाषाण युग (Mesolithic periods) से सम्बन्धित शैल चित्रों (rock paintings) की खोज आन्ध्र प्रदेश के एक स्थान पर की। यह महत्वपूर्ण खोज आन्ध्र प्रदेश राज्य के किस जिले में की गई है? –कडपा (Kadapa)
विस्तार: कडपा (Kadapa) जिला आन्ध्र प्रदेश के रायलसीमा क्षेत्र में स्थित है। इन दो शौकिया पुरातत्वविदोंवाई. रामकृष्णा रेड्डी और लक्ष्मीकांता रेड्डी द्वारा यह महत्वपूर्ण खोज इस जिले में स्थित अनंतपद्मनाभ मंदिर के पास स्थित पेद्दाकोना नामक स्थान के पास स्थित एक दुर्ग में की।
ये दोनों शौकिया पुरातत्वविद हैं। रामकृष्णा रेड्डी जहाँ आन्ध्र प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (APSTRC) में कण्डक्टर है वहीं लक्ष्मीकांता रेड्डी एक पुलिस बटालियन में कान्सटेबिल है। इन दोनों ने यह खोज तब की जब वे इस दुर्ग को देखने गए हुए थे।
इनके द्वारा खोजी गई मध्यपाषाण युग से सम्बन्धित इस खोज में एक बड़ी चट्टान में लाल-केसरिया रंग से ज्यामितीय चित्रों को बनाया गया है। इसमें सीधी रेखाओं, चौरस, त्रिभुज तथा वृत्त के द्वारा जानवरों को दर्शाया गया है।
11-12th NOV 2015
1) बिहार को रेलवे उत्पादन का प्रमुख गढ़ बनाने के प्रयास के तहत केन्द्र सरकार ने 10 नवम्बर 2015 को राज्य में एक नए विद्युत इंजन संयंत्र (electric locomotive factory) लगाने के सम्बन्ध में लेटर ऑफ अवार्ड (LoA) एल्स्टॉम मैन्यूफैक्चरिंग इण्डिया लिमिटेड को जारी कर दिया। यह अत्याधुनिक विद्युत इंजन संयंत्र बिहार राज्य के किस स्थान पर लगाया जायेगा? – मधेपुरा
विस्तार: मधेपुरा (Madhepura) में प्रस्तावित इस विद्युत इंजन संयंत्र को भारतीय रेल तथा एल्स्टॉम मैन्यूफैक्चरिंग इण्डिया लिमिटेड (Alstom Manufacturing India Limited) के बीच एक संयुक्त (joint-venture) उपक्रम के रूप में स्थापित किया जायेगा।
इस संयंत्र में अत्यंत उच्च क्षमता, यानि 12,000 हॉर्सपॉवर (HP) क्षमता के विद्युत इंजनों का निर्माण तथा आपूर्ति की जायेगी। संयंत्र में अगले 11 साल में भारतीय रेल के लिए कुल 800 विद्युत इंजनों का निर्माण किया जायेगा। इतने इंजनों को बनाने की कुल लागत लगभग 19,000 करोड़ रुपए आयेगी जबकि इस संयंत्र को स्थापित करने की कुल लागत लगभग 1,300 करोड़ रुपए आयेगी। संयंत्र में मात्र 5 विद्युत इंजनों को आयातित किया जायेगा जबकि शेष सभी 795 इंजनों का निर्माण यहीं किया जायेगा।
इस संयंत्र से भारत सरकार केमेक इन इण्डिया” (Make in India) अभियान को बड़ा संबल मिलेगा जबकि इससे बिहार तथा मधेपुरा में औद्यौगिक उत्पादन गतिविधि को बल मिलेगा।
वहीं 12000 हॉर्सपॉवर क्षमता के विद्युत इंजनों के निर्माण से भारतीय रेल को अपनी मालगाड़ियों तथा भारी क्षमता के आवागमन में काफी मदद मिलेगी। उल्लेखनीय है कि वर्तमान में भारतीय रेल के पास मालगाड़ियों के लिए अधिकतम 6000 HP क्षमता के विद्युत इंजन ही हैं। अधिक क्षमता के इंजनों से भारतीय रेल को अपने ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रीट कॉरिडोर परियोजना (Eastern Dedicated Freight Corridor) के संचालन में काफी मदद मिलेगी।
2) केन्द्र सरकार ने 9 नवम्बर 2015 को बिहार के सारण (Saran) जिले के मरहोवरा (Marhowra) में अत्याधुनिक डीज़ल रेल इंजन संयंत्र (diesel locomotive factory – DLF) स्थापित करने के लिए लैटर ऑफ अवॉर्ड (LoA) जारी किया। इस संयंत्र में दस साल के भीतर 1,000 डीज़ल इंजनों का निर्माण किया जायेगा। इस संयंत्र की स्थापना के लिए भारतीय रेल किस अमेरिकी कम्पनी के साथ संयुक्त उपक्रम स्थापित करेगा? – जीई ग्लोबल सोर्सिंग इण्डिया प्राइवेट लिमिटेड
विस्तार: जीई ग्लोबल सोर्सिंग इण्डिया प्राइवेट लिमिटेड (GE Global Sourcing India Pvt. Limited) अमेरिका के दिग्गज इंजीनियरिंग समूह जीई (GE) की भारत स्थित सहयोगी कम्पनी है। इसके लिए भारतीय रेल तथा जीई ग्लोबल सोर्सिंग इण्डिया के बीच संयुक्त उपक्रम (joint-venture) स्थापित किया जायेगा।
सारण जिले के मरहोवरा में स्थित होने वाले इस डीज़ल इंजन संयंत्र में 4500 से 6000 HP क्षमता तक के डीज़ल इंजनों का निर्माण किया जायेगा। ऐसे कुल 1,000 डीज़ल इंजनों के उत्पादन में कुल 14,656 करोड़ रुपए का खर्च आयेगा।
इस नए डीज़ल इंजन की स्थापना के चलते भी भारत सरकार की महात्वाकांक्षीमेक इन इण्डिया” (Make in India) योजना को संबल मिलेगा जबकि इससे भारतीय रेल को उच्च क्षमता वाले इंजन प्राप्त होंगे जिससे उसकी कार्यक्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि होने की आशा है।
3) देश में आर्थिक सुधारों (economic reforms) को और तेज गति प्रदान करने के उद्देश्य से केन्द्र सरकार ने 10 नवम्बर 2015 को कितने क्षेत्रों में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) सम्बन्धी नियमों में ढील देने की घोषणा की? –पन्द्रह (15)
विस्तार: केन्द्र सरकार ने प्रत्यक्ष विदेशी निवेश सम्बन्धी शर्तों में एक बड़ी घोषणा करते हुए 10 नवम्बर को कुल 15 क्षेत्रों में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (Foreign Direct Investment – FDI) शर्तों को नरम कर दिया। इसके अलावा परियोजनाओं के लिए विदेशी निवेश सम्वर्द्धन बोर्ड (Foreign Investment Promotion Board – FIPB) की अनुमति के लिए न्यूनतम सीमा को वर्तमान 3,000 करोड़ से बढ़ाकर 5,000 करोड़ रुपए कर दिया। इसका अर्थ हुआ कि अब 5,000 करोड़ रुपए से अधिक की परियोजनाओं के लिए ही FIPB की अनुमति लेना जरूरी होगा।
वे प्रमुख क्षेत्र जिनके लिए प्रत्यक्ष विदेशी निवेश सम्बन्धी शर्तों में ढील प्रदान की गई है, हैंप्रतिरक्षा, निर्माण क्षेत्र, नागरिक विमानन, मीडिया, प्रसारण, खनन, बैंकिंग, कृषि तथा सिंगल ब्राण्ड रिटेल।
सरकार द्वारा की गई घोषणा के अनुसार अब प्रतिरक्षा (defence) उत्पादन क्षेत्र में संलग्न कंपनियाँ अपने स्वामित्व का 49% तक हिस्सा विदेशी कम्पनियों को बगैर सरकार की अनुमति के प्रदान कर सकेंगी।
वहीं बैंकिंग क्षेत्र में एक्सिस बैंक और कोटक महिन्द्रा बैंक जैसे उपक्रमों को अपनी पूँजी के 74% तक हिस्से को विदेशी निवेशकों को प्रदान करने की अनुमति मिल गई है, हालांकि इस शर्त के साथ कि ऐसे बैंक स्वामित्व तथा प्रबन्धन के नियंत्रण में कोई परिवर्तन नहीं करेंगे।
इसके अलावा सरकार ने सिंगल ब्राण्ड रिटेल क्षेत्र में मुख्यत: उच्च तकनीकी वर्ग के लिए भारत से उत्पादों के सोर्सिंग सम्बन्धी नियम में रियायत की घोषणा के साथ उन्हें बिना किसी विशिष्ठ अनुमति के ऑनलाइन जरिए से उत्पाद बेचने की अनुमति भी प्रदान कर दी।
4) भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) के गवर्नर रघुराम राजन (Raghuram Rajan) को 10 नवम्बर 2015 को बैंक ऑफ इंटरनेशनल सेटलमेण्ट – (BIS) का नया उपाध्यक्ष (Vice President) नियुक्त किया गया। इस प्रकार वे इस प्रतिष्ठित वित्तीय संस्था के उपाध्यक्ष बनने वाले RBI के पहले गवर्नर बन गए। बैंक ऑफ इंटरनेशनल सेटलमेण्ट कहाँ स्थित है? –बेसल (स्विटज़रलैण्ड)
विस्तार: स्विटज़रलैण्ड के बेसल (Basel) नगर में स्थित बैंक ऑफ इंटरनेशनल सेटलमेण्ट (BIS) विश्व के समस्त केन्द्रीय बैंकों में परस्पर सहयोग बढ़ाने तथा वैश्विक मौद्रिक एवं वित्तीय स्थिरता सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसके निदेशक मण्डल में सभी केन्द्रीय बैंकों के प्रमुखों को स्थान दिया जाता है।
रघुराम राजन, जो काफी लम्बे समय से विश्व के समस्त केन्द्रीय बैंकों में परस्पर सहयोग बढ़ाने की वकालत करते आए हैं, को तीन वर्ष की समयावधि के लिए BIS का उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया है। उन्हें 2013 में उस समय RBI का गवर्नर बनाया गया था जब भारतीय मुद्रा समस्याओं का सामना कर रही थी तथा वे कुछ ही समय में इसको उबारने में सफल रहे थे।
5) भारत सरकार को एक महत्वपूर्ण उपलब्धि 11 नवम्बर 2015 को उस समय हासिल हुई जब इस दिन बांग्लादेश सरकार ने असम के चरमपंथी संगठन उल्फा (ULFA) के उस प्रमुख नेता को भारत को सौंप दिया जिसे हासिल करने के लिए भारत सरकार पिछले दो दशकों से प्रयासरत थी। उल्फा का यह नेता कौन है? – अनूप चेतिया
विस्तार: अनूप चेतिया (Anup Chetia) असम के सर्वप्रमुख चरमपंथी संगठन यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ आसाम (ULFA) का संस्थापक सदस्य तथा महासचिव रह चुका है। वह हत्या, अपहरण तथा लूट जैसे तमाम मामलों में भारत में वांछित है।
दिसम्बर 1997 में बांग्लादेश पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद उसने बांग्लादेश में तीन बारवर्ष 2005, 2008 और 2011 में राजनीतिक शरण (political asylum) मांगी थी। उसे घुसपैठ, जाली पासपोर्ट रखने तथा अवैध रूप से विदेशी मुद्राएं रखने जैसे आरोपों में बांग्लादेश में सात साल की जेल की सजा प्रदान की जा चुकी है।
वहीं भारत सरकार पिछले दो दशकों से उसके भारत प्रत्यर्पण के लिए प्रयासरत रही है तथा इसलिए उसको भारत को सौंपे जाने को सरकार की एक बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है। वहीं उसके पकड़े जाने से उल्फा के प्रमुख नेता परेश बरुआ (Paresh Barua) के कमजोर होने की आशंकाएं भी व्यक्त की जा रही हैं।
13-14th NOV 2015
1) केन्द्र सरकार द्वारा 12 नवम्बर 2015 को जारी आंकड़ों के अनुसार अक्टूबर 2015 के दौरान भारत की खुदरा मुद्रास्फीति (retail inflation) कितनी थी, जोकि पिछले 4 माह के उच्चतम स्तर पर पहुँच गयी है? – 5.0%
विस्तार: खुदरा मुद्रास्फीति (यानि उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (consumer price index (CPI) पर आधारित मुद्रास्फीति) अक्टूबर 2015 के दौरान 5.0% के स्तर पर पहुँग गई। उल्लेखनीय है कि एक माह पूर्व (सितम्बर 2015) के दौरान खुदरा मुद्रास्फीति 4.41% थी। मुद्रास्फीति से सम्बन्धित इस आंकड़े को केन्द्रीय सांख्यिकी कार्यालय (CSO) ने 12 नवम्बर को जारी किया।
मुद्रास्फीति में इस तेज वृद्धि का मुख्य कारण खाद्य उत्पादों में अक्टूबर 2015 के दौरान हुई तेज वृद्धि रही, खासकर दालों (pulses) के मूल्य में। वहीं अक्टूबर के दौरान ही भारत में त्यौहारों के मौसम की शुरूआत के कारण भी खाद्य पदार्थों तथा अन्य उपभोक्ता उत्पादों के मूल्य में यह वृद्धि दर्ज की गई। यहाँ यह भी उल्लेखनीय है कि भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) उपभोक्ता आधारित मूल्य सूचकांक का प्रयोग अपनी महत्वपूर्ण दरों के निर्धारण के लिए करता है।
2) भारत के उस नवीनतम संचार उपग्रह (communications satellite) का नाम क्या है जिसका सफल प्रक्षेपण 11 नवम्बर 2015 को कौरू (फ्रेंच गुयाना) से किया गया? – जीसैट-15 (GSAT-15)
विस्तार: जीसैट-15 भारत का नवीनतम संचार उपग्रह है तथा 24 ट्रांसपोण्डर्स से युक्त इस आधुनिक उपग्रह को 11 नवम्बर 2015 को यूरोप की अंतरिक्ष एजेंसी एरियानस्पेस (Arianespace) के रॉकेट एरियान वीए-227 (Ariane VA-227) की मदद से सफलतापूर्वक प्रक्षेपित किया गया। यह प्रक्षेपण दक्षिण अमेरिका में फ्रेंच गुयाना (French Guiana) स्थित कौरू (Kourou) से किया गया।
जीसैट-15 पिछले कई वर्षों से देश की सेवा कर रहे उपग्रहों इन्सैट-3 (Insat-3A) और इन्सैट-4बी (Insat-4B) उपग्रहों का स्थान लेगा।
इस नए संचार उपग्रह का प्रयोग सार्वजनिक तथा निजी क्षेत्र की डायरेक्ट-टू-होम (DTH) सेवाओं के अलावा वीसैट (VSAT) संचालकों द्वारा किया जायेगा। उल्लेखनीय है कि वर्तमान में ऐसे अधिकांश संचालक विदेशी उपग्रहों का प्रयोग करते हैं।
जीसैट-15 की कुल लागत 850 करोड़ रुपए आई है तथा इसमें एरियानस्पेस द्वारा किए गए प्रक्षेपण का शुल्क भी शामिल है।
3) जापान (Japan) के विमानन (aviation) इतिहास में एक ऐतिहासिक घटनाक्रम के तहत देश के पहले जेट यात्री विमान (passenger jet aircraft) की पहली उड़ान का परीक्षण 11 नवम्बर 2015 को किया गया। जापान के किस प्रमुख औद्यौगिक समूह ने इस विमान का निर्माण किया है? – मित्शुबीशी (Mitsubishi)
विस्तार: जापान के पहले जेट यात्री विमान की पहली उड़ान 11 नवम्बर 2015 को नगोया हवाई-अड्डे (Nagoya Airport) पर आयोजित की गई। मित्शुबीशी रीजनल जेट (Mitsubishi Regional Jet – MRJ) नामक इस विमान का निर्माण जापान के सुप्रसिद्ध औद्यौगिक समूह मित्शुबीशी की सहयोगी कम्पनी मित्शुबीशी हैवी इण्डस्ट्रीज़ (Mitsubishi Heavy Industries) ने किया है।
MRJ दो इंजनों से युक्त है, इसकी लम्बाई लगभग 35 मीटर है तथा इसमें 80 यात्रियों के बैठने के लिए स्थान है। इसके पहले सफल परीक्षण ने लगभग एक दशक से जापान में यात्री जेट विमान बनाने की दिशा में चल रहे प्रयासों को उत्कर्ष प्रदान किया है। इस विमान के विकास से जापान मध्यम आकार के यात्री विमान बनाने वाली कुछ प्रमुख कम्पनियों जैसे ब्राज़ील की एम्ब्रेयर (Embraer) और कनाडा की बॉम्बार्डियर (Bombardier) को प्रतिस्पर्धा प्रदान करना चाहता है।
MRJ के विकास से जापान के विमानन इतिहास में एक नया इतिहास जुड़ गया है। यहाँ 1962 में अंतिम बार कोई वाणिज्यिक विमान विकसित किया गया था जो पुरानी टर्बोप्रॉप पद्धति पर आधारित YS-11 था जिसका प्रयोग इसके विकास के लगभग एक दशक बाद बंद कर दिया गया था।
उल्लेखनीय है कि द्वितीय विश्व युद्ध के बाद अमेरिका द्वारा जापान पर थोंपे गए प्रतिबन्धों के तहत यहाँ की कम्पनियाँ विमानों का विकास नहीं कर सकती थीं।
4) दिल्ली सरकार (Delhi Govt.) ने 13 नवम्बर 2015 को यमुना नदी के तट पर अपनी तरह के पहलेयमुना आरती” (‘Yamuna Aarti’) कार्यक्रम का आयोजन किया। यह आयोजन दिल्ली में यमुना नदी पर स्थित किस घाट पर किया गया? – कुदेसिया घाट (Kudesia Ghat)
विस्तार: उल्लेखनीय है कि दिल्ली में यमुना नदी के तट पर अपनी तरह के पहलेयमुना आरतीकार्यक्रम का आयोजन हरिद्वार, ऋषिकेश और वाराणसी में गंगा नदी पर होने वाली गंगा आरतियों की तर्ज पर शुरू किया गया है। दिल्ली सरकार के जल एवं पर्यटन विभाग ने इस आयोजन के लिए वाराणसी से 11 पुरोहितों को भी आमंत्रित किया था।
दिल्ली सरकार इस आयोजन के द्वारा यमुना नदी को पर्यटन के एक केन्द्र के रूप में विकसित करना चाहती है तथा इसके साथ ही यमुना नदी के कुछ सकारात्मक पहलुओं को लोगों के सामने रखना चाहती है।
5) भारत में निजी क्षेत्र के किस वित्तीय समूह ने ब्रिटेन में छोटे व्यवसायों तथा व्यवसायियों को वित्तीय सहायता प्रदान करने वाले ओकनॉर्थ बैंक (OakNorth Bank) में 40% हिस्सेदारी खरीद ली है, जिसके सम्बन्ध में 13 नवम्बर 2015 को जानकारी दी गई? – इण्डियाबुल्स समूह (Indiabulls Group)
विस्तार: 13 नवम्बर को जारी की गई जानकारी के अनुसार मुम्बई में मुख्यालय वाले इण्डियाबुल्स समूह (Indiabulls Group) ने ब्रिटेन के ओकनॉर्थ बैंक (OakNorth Bank) में 40% हिस्सेदारी खरीद ली है। इसके लिए इण्डियाबुल्स ने 10 करोड़ डॉलर (6.6 करोड़ पाउण्ड) खर्च किए हैं।
ओकनॉर्थ बैंक ब्रिटेन में स्थित है तथा छोटे उद्योगों तथा व्यवसायियों को वित्त पोषण प्रदान करता है। वहीं इण्डियाबुल्स समूह रियल एस्टेट क्षेत्र, वित्तीय सेवा क्षेत्र तथा ऋण सेवाओं में संलग्न है। इण्डियाबुल्स समूह ने यह सौदा अपनी सहयोगी कम्पनी इण्डियाबुल्स हाउसिंग फाइनेंस (Indiabulls Housing Finance) के द्वारा किया है, जो भारत में निजी क्षेत्र की दूसरी सबसे बड़ी हाउसिंग फाइनेंस कम्पनी है।
माना जा रहा है कि इस अधिग्रहण से इण्डियाबुल्स को छोटे व्यवसाय वर्ग (small business segment) में अपना विस्तार करने में मदद मिलेगी। 40% हिस्सेदारी खरीद की यह घोषणा भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहली ब्रिटेन यात्रा के दौरान की गई।
15-16th NOV 2015
1) जी20 (G20) देशों का 10वाँ शिखर सम्मेलन 15 नवम्बर 2015 को शुरू हुआ। पेरिस में हुए आतंकी हमले की छाया में बेहद कड़ी सुरक्षा के मध्य यह आयोजन किस स्थान पर हो रहा है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं? – अंताल्या (तुर्की)
विस्तार: दक्षिण-पश्चिम तुर्की में स्थित शानदार नज़ारों से भरपूर स्थल अंताल्या (Antalya) में G20 समूह के सदस्यों के 10वें शिखर सम्मेलन का आयोजन 15 16 नवम्बर 2015 को किया जा रहा है। इस शिखर सम्मेलन में विश्व की 20 सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के राष्ट्रप्रमुख भाग लेते हैं।
G20 में शामिल 20 सदस्य जो इस सम्मेलन में भाग ले रहे हैंअर्जेन्टीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राज़ील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इण्डोनेशिया, इटली, जापान, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, दक्षिण कोरिया, तुर्की, यूनाइटेड किंग्डम, अमेरिका और यूरोपीय संघ (European Union)
6 देशों के राष्ट्राध्यक्षों को इस सम्मेलन में अतिथि प्रतिनिधि के रूप में आमंत्रित किया गया है। ये 6 देश हैंअजरबेजान, मलेशिया, सेनेगल, सिंगापुर, स्पेन और जिम्बाब्वे।
वहीं 13 नवम्बर को हुए पेरिस हमले को देखते हुए फ्रांसीसी राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद (François Hollande) इस शिखर सम्मेलन में भाग नहीं ले रहे हैं। उन्होंने सम्मेलन में अपने विदेश मंत्री लॉरें फाबियस (Laurent Fabius) और वित्त मंत्री मिशेल सेपीं (Michel Sapin) को अपने प्रतिनिधि के रूप में भेजा है।
उल्लेखनीय है कि सम्मेलन के पहले दिन प्रस्तावित आर्थिक एजेंडे के स्थान पर अंतर्राष्ट्रीय आतंकवाद का मुद्दा पूरी तरह से छाया रहा तथा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आतंकवाद के खिलाफ अत्यंत कड़े कदम उठाने की वकालत की।
2) फ्रांस (France) की राजधानी पेरिस (Paris) 13 नवम्बर 2015 को एक भयंकर आतंकी हमले का शिकार बनी जिसमें कम से कम 129 लोगों की मौत हो गई। फ्रांस के इतिहास के इस सबसे बड़े आतंकी हमले में कम से कम 8 आतंकियों ने पेरिस के 6 अलग-अलग स्थानों पर फायरिंग और फिदायीन आत्मघाती विस्फोटों को अंजाम देते हुए श्रृंखलाबद्ध हमला किया और एक मशहूर थियेटर, फुटबॉल स्टेडियम और चार रेस्त्रां को अपना शिकार बनाया। पेरिस के उस थियेटर का क्या नाम है जो इस हमले का मुख्य निशाना बना तथा जहाँ कम से कम 90 लोगों को मौत के घाट उतारा गया? –बैताक्लां थियेटर (Bataclan Theatre)
विस्तार: फ्रांस की राजधानी पेरिस का सुप्रसिद्ध बैताक्लां थियेटर (Bataclan Theatre) 13 नवम्बर को हुए आतंकी हमले का सबसे बड़ा निशाना बना। जब बंदूकधारी आतंकियों ने यहाँ हमला किया उस समय अमेरिकन रॉक बैण्डईगल्स ऑफ डेथ मेटल” (‘Eagles of Death Metal’) यहाँ अपनी प्रस्तुति कर रहा था जिसको देखने लिए 1500 लोगों की भीड़ से यह थियेटर पूरी तरह से भरा हुआ था। हमलावरों ने यहाँ बैठे लोगों पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी जिसके चलते यहाँ कम से कम 90 लोगों की मौत हो गई।
बैताक्लां थियेटर से पहले पेरिस के सबसे प्रमुख फुटबॉल स्टेडियम स्टेडि फ्रांस (Stade de France) के बाहर दो जबर्दस्त विस्फोट किए गए जिसमें चार लोगों की मौत हो गई। यह विस्फोट उस समय किए गए जब मेजबान फ्रांस और जर्मनी (France and Germany) के बीच स्टेडियम में एक दोस्ताना फुटबॉल मैच खेला जा रहा था तथा इसको देखने के लिए 80,000 लोगों की अपार भीड़ के अलावा फ्रांसीसी राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद (François Hollande ) और जर्मनी के विदेश मंत्री स्टेडियम में मौजूद थे। विस्फोटों के बाद दोनों को तुरंत स्टेडियम से सुरक्षित रूप से बाहर निकाल लिया गया।
हमलावरों ने पेरिस के चार लोकप्रिय रेस्त्रां को भी अपना निशाना बनाते हुए यहाँ जबर्दस्त फायरिंग कर तमाम लोगों को मौत के घाट उतारा। इस प्रकार पूरे शहर में कुल 6 स्थानों पर हमले किए गए तथा हमले में लिप्त आठों हमलावर भी मारे गए। यह हमला द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद पेरिस में हुआ सबसे बड़ा हमला था तथा इसके बाद फ्रांस में आपातकाल लगा दिया गया और देश की सीमाएं सील कर दी गईं।
हमले के अगले दिन 14 नवम्बर को इस्लामी आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (IS) ने इस हमले की जिम्मेदारी लेते हुए इस हमले को फ्रांस द्वारा सीरिया में IS के खिलाफ शुरू किए गए हवाई हमलों का जबाव बताया।
3) रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) द्वारा विकसित उस उन्नत किस्म की टॉरपीडो सुरक्षा प्रणाली को दिया गया भारतीय नाम क्या है, जिसे 14 नवम्बर 2015 को भारतीय नौसेना को सौंप दिया गया? – मारीच” (Mareech)
विस्तार: “मारीचस्वदेशी तकनीक से निर्मित टॉरपीडो सुरक्षा प्रणाली (Advanced Torpedo Defence System) है जिसके द्वारा टॉरपीडो का पता लगाकर जहाजों की इससे बचाने में भूमिका निभाई जायेगी। इसका विकास DRDO के तहत आने वाले नेवल साइंस एण्ड टैक्नोलॉजिकल लैबोरेटरीज़ – NSTL (विशाखापट्टनम) और नेवल फिज़िकल एण्ड ओशनोग्राफिक लैबोरेट्री – NFOL (कोच्चि) द्वारा संयुक्त रूप से किया गया है। 14 नवम्बर को NSTL (विशाखापट्टनम) में आयोजित एक कार्यक्रम में रक्षा मंत्री मनोहर पार्रिकर नेमारीचप्रणाली को भारतीय नौसेना को सौंपा।
मारीचप्रणाली की सबसे बड़ी खासियत यह है कि किसी जहाज पर प्रक्षेपित किए जाने वाले टॉरपीडो का पता ससमय पर लगा लेती है तथा इससे बचने के उपाय करना शुरू कर देती है। इस प्रणाली को भारतीय नौसेना के दो पोतों पर लगाकर इसका विस्तृत तथा वास्तविक परीक्षण भी सम्पन्न कर लिया गया है।
4) अमेरिकी रक्षा मुख्यालय पेंटागन (Pentagon) द्वारा 14 नवम्बर 2015 को जारी जानकारी के अनुसार उसकी वायुसेना द्वारा किए गए हवाई हमले में लीबिया (Libya) में इस्लामिक स्टेट (IS) के मुखिया की मौत हो गई। IS के इस प्रमुख का क्या नाम था? – अबु नबील (Abu Nabil)
विस्तार: पेण्टागन के प्रेस सचिव पीटर कुक (Peter Cook) द्वारा 14 नवम्बर 2015 को किए गए दावे के अनुसार मूलत: ईराकी नागरिक अबु नबील (जिसका एक और नाम विसम नज्म अब्द ज़ायद अल-ज़ुबाय्दी है) की मृत्यु अमेरिकी वायुसेना द्वारा किए गए हवाई हमलों में हो गई है। वो काफी लम्बे समय से अल-कायदा (al-Qaeda) से जुड़ा रहा था तथा बाद में उसने लीबिया (Libya) में इस्लामिक स्टेट (IS) की कमान संभाल ली।
उसकी मृत्यु अमेरिका के उस द्रोन हमले के तुरंत बाद हुई है जिसमें IS के कुख्यात हत्यारेजिहादी जॉनके मारे जाने का दावा किया गया था जो तमाम पश्चिमी बंधकों को सर कलम कर मौत के घाट उतारने के लिए प्रसिद्ध था।
पेण्टागन का मानना है कि अबु नबील की मृत्यु के बाद लीबिया में IS को अपने उद्देश्यों को पूरा करने में दिक्कतें पेश आयेंगी तथा उसका आतंकी तंत्र कमजोर होगा।
5) चाइना ओपन सुपर सीरीज़ बैडमिण्टन (China Open Super Series Badminton) के महिला एकल फाइनल में 15 नवम्बर 2015 को किस चीनी खिलाड़ी ने भारत की दिग्गज खिलाड़ी साइना नेहवाल (Saina Nehwal) को पराजित कर यह प्रतिष्ठित खिताब जीत लिया? – ली शुरेई (Li Xuerui)
विस्तार: ली शुरेई (Li Xuerui), जोकि मौजूदा ऑलम्पिक चैम्पियन हैं, ने चाइना ओपन सुपर सीरीज़ के महिला एकल फाइनल में भारत की साइन नेहवाल को सीधे गेम्स में 21-12, 21-15 से पराजित किया। उल्लेखनीय है कि साइना जहाँ इस प्रतिष्ठित खिताब की गत विजेता (defending champion) थीं वहीं ली शुरेई 2012 के लंदन ऑलम्पिक खेलों की स्वर्ण पदक विजेता हैं।

चीन के फुझोऊ (Fuzhou) में सम्पन्न इस प्रतियोगिता के फाइनल में साइना नेहवाल ने कई गलतियाँ की तथा दोनों गेम्स में बढ़त लेने के बावजूद वे शुरेई से अपेक्षाकृत आसानी से हार गईं।


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