१- दिसंबर-२०१५ करंट अफेयर्स 
1) जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र का 21वाँ वैश्विक सम्मेलन (United Nations (UN) Climate Change Conference or COP21) 30 नवम्बर 2015 को फ्रांस (France) की राजधानी पेरिस (Paris) में शुरू हो गया। इस महत्वपूर्ण तथा ऐतिहासिक सम्मेलन में लगभग 150 देशों को जलवायु परिवर्तन की रफ्तार को कम करने के लिए समान लक्ष्य को स्वीकार करने के लिए एकजुट करने की कोशिश की जायेगी। इस सम्मेलन की शुरूआत जलवायु परिवर्तन के सम्बन्ध में किस वृहद लक्ष्य को लेकर की जा रही है?
वैश्विक ग्लोबल वार्मिंग की दर को 2 डिग्री सेल्सियस तक सीमित रखना
विस्तार: जलवायु परिवर्तन (Climate Change) पर संयुक्त राष्ट्र (UN) के तत्वाधान में आयोजित इस सम्मेलन में ग्लोबल वार्मिंग (global warming) की दर को 2 डिग्री सेल्सियस तक सीमित रखने के वृहद लक्ष्य को मसौदे में रखा गया है। जबकि वर्तमान में यह निर्धारित लक्ष्य 2.5 से 3.76 डिग्री सेल्सियस के काफी ऊँचे स्तर पर तय है। उल्लेखनीय है कि ग्लोबल वार्मिंग की दर को कम करने के लिए कई उपायों को पूरी दुनिया में अपनाने की दरकार है। जैसे जीवाश्म-आधारित ईंधनों (fossil-fuels) के प्रयोग को कम करना, अधिक स्वच्छ ऊर्जा साधनों के प्रयोग पर जोर देना तथा ग्लोबल वार्मिंग के दुष्प्रभावों के बारे में दुनिया को अधिक जागरूक बनाना।
हालांकि दूसरी तरफ वैज्ञानिकों का मानना है कि वैश्विक तापमान में 2 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि भी काफी है तथा इसके चलते ग्लेशियरों तथा ध्रुवीय बर्फ (polar ice) के पिघलने की तेज रफ्तार कायम रहेगी जिसके चलते समुद्रों के जलस्तर में वृद्धि के कारण भारी मात्रा में जमीन को समुद्रों द्वारा निगला जायेगा।
उल्लेखनीय है कि पिछले वर्ष (वर्ष 2014) में वैश्विक कार्बन उत्सर्जन का स्तर अपने सर्वोच्च स्तर पर रहा था। चीन दुनिया का सबसे बड़ा कार्बन उत्सर्जक देश बनकर उभरा है तथा इसके बाद क्रमश: अमेरिका, यूरोपीय संघ (EU), भारत, रूस और जापान का स्थान है।
2) पेरिस में 30 नवम्बर 2015 को शुरू हुए जलवायु परिवर्तन सम्मेलन के दौरान दुनिया के 21 देशों ने 20 अरब डॉलर के एक महात्वाकांक्षी अभियान को शुरू करने की घोषणा की। इस अभियान के तहत ये देश अगले 5 वर्षों के दौरान स्वच्छ ऊर्जा अनुसंधान (clean energy research) तथा विकास बजट को दोगुना कर देंगे ताकि जलवायु परिवर्तन को रोकने में यह अपना सहयोग प्रदान कर सकें। इस अभियान को क्या नाम दिया गया है? – “मिशन इनोवेशन” (‘Mission Innovation’)
विस्तार: “मिशन इनोवेशन” (‘Mission Innovation’) में प्रत्येक देश स्वच्छ ऊर्जा तथा ऊर्जा अनुसंधान में प्रयुक्त अपने वर्तमान बजट को दोगुना करने की शपथ के साथ शामिल हुआ है। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य स्वच्छ ऊर्जा के अधिकाधिक प्रयोग को बढ़ावा देने के लिए सम्बन्धित प्रयासों और अनुसंधान गतिविधियों को वित्तीय बल प्रदान कर ज़्यादा सशक्त करना है।
इस अभियान में शामिल 21 देश हैं – ऑस्ट्रेलिया, ब्राज़ील, कनाडा, चिली, चीन, डेनमार्क, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इण्डोनेशिया, इटली, जापान, मैक्सिको, नॉर्वे, दक्षिण कोरिया, सऊदी अरब, स्वीडन, यूनाइटेड किंग्डम, उत्तरी आयरलैण्ड, संयुक्त अरब अमीरात और अमेरिका।
इस अभियान में शामिल 21 देशों के अलावा इसमें अन्य देशों भी भविष्य में शामिल हो सकते हैं। इसके लिए अन्य देशों को प्रोत्साहित किया जायेगा।
“मिशन इनोवेशन” के गठन की घोषणा संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन के पहले दिन की गई तथा इसमें अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा, भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और फ्रांसीसी राष्ट्रपति फ्रांसवा ओलांद के अलावा तमाम राष्ट्राध्यक्ष शामिल थे।
3) भारत में पोलियो (Polio) को जड़ से साफ करने के महात्वाकांक्षी लक्ष्य के तहत केन्द्र सरकार ने 30 नवम्बर 2015 को कौन सी पोलियो वैक्सीन (Polio vaccine) को लाँच किया? – असक्रिय पोलियो वैक्सीन (Inactivated Polio Vaccine – IPV)
विस्तार: केन्द्र सरकार ने असक्रिय पोलियो वैक्सीन (IPV) को राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम (National Immunization Programme (NIP) के तहत 30 नवम्बर 215 को जारी किया। पोलियो के इस टीके को जारी कर भारत में पोलियो को जड़ से समाप्त करने के लिए एक दूसरे रास्ते को अपनाने की शुरूआत भी हो गई है। उल्लेखनीय है कि IPV में मृत पोलियो विषाणुओं (killed polio viruses) का प्रयोग किया जाता है तथा इसका इस्तेमाल परंपरागत पोलियो ड्रॉप्स (oral polio vaccine – OPV) के साथ किया जाता है।
माना जाता है कि IPV को पोलियो ड्रॉप्स (OPV) के साथ प्रयोग में लाने से पोलियो के खिलाफ प्रतिरोधक क्षमता (immunity) को बढ़ाने में काफी मदद मिलती है तथा इससे पोलियो पर दोहरी वार की जा सकती है। अभी तक विश्व के तमाम अन्य देशों की भांति भारत में भी पोलियो से लड़ाई में पोलियो डॉप्स को ही एकमात्र हथियार के रूप में प्रयोग में लाया जा रहा था। इसके तहत साल में कई बार पोलियो ड्रॉप्स पिलाने के अभियान चलाये जाते रहे हैं। लेकिन अब IPV के प्रयोग से भारत ने पोलियो को समाप्त करने के लिए एक प्रकार से अंतिम चरण की लड़ाई शुरू कर दी है। यहाँ यह भी उल्लेखनीय है कि भारत में अब लगभग पिछले 5 वर्षों से पोलियो का कोई नया मामला सामने नहीं आया है।
फिलहाल IPV के प्रयोग को बिहार, छत्तीसगढ़, गुजरात, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल में सीमित रखा जायेगा। वर्ष 2016 की पहली तिमाही में इसके प्रयोग को अन्य उत्तरी तथा उत्तर-पूर्वी राज्यों में विस्तारित किया जायेगा जबकि दूसरी तिमाही में यह विस्तार पाँचों दक्षिण-भारतीय राज्यों और महाराष्ट्र में भी होगा।
4) वर्ष 2015-16 की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितम्बर) के दौरान भारतीय अर्थव्यवस्था की विकास दर (GDP Growth Rate) कितनी रही जिसके बारे में केन्द्रीय सांख्यिकी कार्यालय (Central Statistics Office -CSO) ने 30 नवम्बर 2015 को आंकड़े प्रस्तुत किए? – 7.4%
विस्तार: जुलाई से सितम्बर 2015 की तिमाही के दौरान भारतीय अर्थव्यवस्था की विकास दर 7.4% रही। उल्लेखनीय है कि इस वर्ष की पहली तिमाही (अप्रैल-जून 2015) के दौरान विकास दर 7% थी जबकि पिछले वर्ष की दूसरी तिमाही के दौरान विकास दर 8.4% थी। इस प्रकार भारतीय अर्थव्यवस्था की विकास दर भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) के 7 से 7.5% के निर्धारित अनुमान के आसपास ही चल रही है।
दूसरी तिमाही के दौरान मैन्यूफैक्चरिंग क्षेत्र की विकास दर 9.3% रही (पिछले तिमाही में 7.2%)। वहीं कृषि क्षेत्र की विकास दर 2.2% रही (पिछले तिमाही में 1.9%)।
इस आंकड़ों के सामने आने के बाद माना जा रहा है कि वर्ष 2015-16 (संपूर्ण वर्ष) के वृद्धि सम्बन्धी अनुमान में भारत सरकार कुछ कमी कर सकती है।
5) किस देश ने 29 नवम्बर 2015 को वर्ष 2015 का टेनिस का डेविस कप (Davis Cup) खिताब जीतकर इस अत्यंत प्रतिष्ठित खिताब को 79 वर्ष बाद पुन: जीतने में सफलता हासिल की? – ग्रेट ब्रिटेन (Great Britain)
विस्तार: अपने दिग्गज खिलाड़ी एण्डी मरे (Great Britain) की अगुवाई में ग्रेट ब्रिटेन ने 29 नवम्बर को बेल्जियम के घेंट (Ghent) में मेजबान बेल्जियम (Belgium) पर 3-1 की अपराजेय बढ़त लेकर डेविस कप का खिताब जीत लिया। ग्रेट ब्रिटेन ने यह खिताब तब जीता जब एण्डी मरे ने पहले रिवर्स-सिंगल्स मुकाबले में बेल्जियम के डेविड गोफिन (David Goffin) को 6-3, 7-5, 6-3 से पराजित कर अपने देश को 3-1 की अपराजेय बढ़त दिला दी। उल्लेखनीय है कि इस जीत में एण्डी मरे का बहुत बड़ा योगदान रहा क्योंकि उन्होंने ग्रेट ब्रिटेन को मिली तीनों जीतों में अपना योगदान दिया। उन्होंने पहले बेल्जियम के रुबेन बेमेलमेन्स (Ruben Bemelmans) के खिलाफ अपना सिंगल्स मुकाबला जीता, इसके बाद अपने बड़े भाई जेमी मरे (Jamie Murray) के साथ जोड़ी बनाकर डबल्स मुकाबला जीता तथा अंत में अपना रिवर्स सिंगल्स मुकाबला जीतकर यह खिताब अपने देश को दिला दिया।
इससे पहले ग्रेट ब्रिटेन ने डेविस कप का खिताब वर्ष 1936 में जीता था। वहीं बेल्जियम वर्ष 1904 के बाद अपना पहला डेविस कप फाइनल खेल रहा था। 1904 में भी उसका फाइनल ग्रेट ब्रिटेन के खिलाफ ही हुआ था तथा तब वह ग्रेट ब्रिटेन के हाथों 0-5 से हार गया था।
डेविस कप (Davis Cup) पुरुष टीम टेनिस जगत का सबसे प्रतिष्ठित खिताब माना जाता है तथा इसे बहुधा “टेनिस विश्व कप” के नाम से भी जाना जाता है।
6) मर्सिडीज़ (Mercedes) टीम से सम्बद्ध ब्रिटिश फार्मूला वन ड्राइवर लुइस हैमिल्टन (Lewis Hamilton) ने 29 नवम्बर 2015 को आधिकारिक रूप से वर्ष 2015 की फार्मूला वन चैम्पियनशिप (F1 Championship) जीत ली। हालांकि वे इस वर्ष की अंतिम फार्मूला वन रेस को नहीं जीत पाए। अबू धाबी ग्रां प्री (Abu Dhabi GP) के रूप में सम्पन्न हुई वर्ष 2015 की अंतिम फार्मूला वन रेस को किसने जीता? – निको रोसबर्ग ने
विस्तार: जर्मनी के निको रोसबर्ग (Nico Rosberg) भी मर्सिडीज़ टीम से सम्बद्ध हैं तथा उन्होंने अबू धाबी ग्रां प्री में लुइस हैमिल्टन को पराजित करते हुए अपने लगातार तीसरे फार्मूला वन खिताब को जीता। इस जीत के साथ निको रोसबर्ग ने इस साल कुल 6 खिताब जीते जबकि तीसरी बार विश्व चैम्पियन बने लुइस हैमिल्टन इस साल कुल 10 खिताबी जीतें दर्ज कीं। वहीं फेरारी (Ferrari) टीम के सेबेस्टियन वेटल (Sebastian Vettel) विश्व चैम्पियनशिप में तीसरे स्थान पर रहे।
उल्लेखनीय है कि लुइस हैमिल्टन ने इस साल का फार्मूला वन विश्व चैम्पियनशिप तब ही अपने नाम कर लिया था जब उन्होंने अक्टूबर 2015 के दौरान यू.एस. ग्रां प्री (US F1 Grand Prix) का खिताब जीता था।
वर्ष 2015 के सर्वोच्च फार्मूला वन ड्राइवर
स्थान    ड्राइवर                     देश                टीम                  कुल प्राप्त अंक
लुइस हैमिल्टन ग्रेट ब्रिटेन           मर्सिडीज़            381
निको रोसबर्ग जर्मनी               मर्सिडीज़             322
सेबेस्टियन वेटल जर्मनी               फेरारी            278
किमी राइकोनन फिनलैण्ड           फेरारी              150
वाल्टेरी बोटास फिनलैण्ड           विलियम्स            136
वर्ष 2015 की सर्वोच्च टीमें (कन्स्ट्रक्टर्स)
स्थान                टीम का नाम                  देश                   कुल अंक
मर्सिडीज़ जर्मनी        703
2. फेरारी इटली        428
विलियम्स ग्रेट ब्रिटेन    257
रेड बुल ऑस्ट्रिया       187
फोर्स इण्डिया भारत     136



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