20-21 dec 2015
1) किस देश ने कच्चे तेल के निर्यात (crude oil export) पर पिछले 4 दशकों से लगे प्रतिबन्ध को 19 दिसम्बर 2015 को उठाने से सम्बन्धित एक विधेयक पारित कर अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम को अंजाम दिया? – अमेरिका (U.S.)
विस्तार: अमेरिकी प्रशासन ने 19 दिसम्बर 2015 को कच्चे तेल के निर्यात पर लगे उस प्रतिबन्ध को हटा लिया जिसे 70 के दशक में लगाया गया था। इस 4 दशक पुराने प्रतिबन्ध को हटाने के लिए सम्बन्धित प्रावधान को अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा द्वारा हस्ताक्षरित उस 1.8 ट्रिलियन डॉलर के विधेयक में जगह दी गई जिसे अमेरिकी कांग्रेस ने 19 दिसम्बर को पारित कर दिया।
कच्चे तेल के निर्यात पर लगे प्रतिबन्ध को हटाए जाने का जहाँ अमेरिका के तमाम व्यापारिक संगठनों ने स्वागत किया वहीं पर्यावरण-संरक्षण समूहों ने इसको लेकर अपनी आशंकाएं व्यक्त कीं। उद्योग जगत का मानना है कि अमेरिका से कच्चे तेल के निर्यात को पुन: शुरू करने से देश में रोजगार का सृजन होगा, आर्थिक गतिविधियों में संवृद्धि होगी, नया राजस्व अर्जित होगा तथा समृद्धि आयेगी। दूसरी तरफ राजनयिक दायरों में अमेरिकी सरकार के
इस निर्णय के समर्थन में यह तर्क दिया गया कि इससे देश में ऊर्जा समीकरण में मजबूती आयेगी तथा मित्र राष्ट्रों के दृष्टिकोण में व्यापकता आयेगी। लेकिन पर्यावरण-संरक्षण समूहों ने इस निर्णय की भर्त्सना की क्योंकि उनका मानना है कि इससे देश के पर्यावरण को नुकसान पहुँचेगा तथा उद्योग जगत पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा।
उल्लेखनीय है कि अमेरिका ने 70 के दशक में अपने यहाँ से कच्चे तेल के निर्यात पर प्रतिबन्ध लगा दिया था ताकि तेल के घरेलू मूल्यों को स्थिर किया जा सके।


2) किस टीम ने भारतीय फुटबॉल जगत के सबसे प्रतिष्ठित लीग खिताब – इण्डियन सुपर लीग (Indian Super League – ISL) का वर्ष 2015 का संस्करण 20 दिसम्बर 2015 को जीत लिया? – चेन्नईयन एफसी (Chennaiyin FC)
विस्तार: गोवा (Goa) के फत्रोद्रा (Fatorda) स्थित जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम (Jawaharlal Nehru Stadium) में 20 दिसम्बर 2015 को ISL के दूसरे संस्करण का फाइनल चेन्नईन एफसी (Chennaiyin FC) और मेजबान गोवा एफसी (Goa FC) के बीच खेला गया। चेन्नईन एफसी ने गोवा एफसी इस बेहद रोमांचक मैच में 3-2 से पराजित कर अपना पहला ISL खिताब जीत लिया।
इस मैच में एक समय लग रहा था कि मेजबान गोवा एफसी यह खिताब जीत जायेगा जब वह 2-1 से आगे चल रहा था। लेकिन मैच के अंतिम समय में गोवा एफसी के गोलकीपर कट्टीमनी (Kattimani) के सेल्फ गोल के कारण मैच बराबर हो गया जबकि कुछ ही सेकेण्ड के बाद स्टीवन मेण्डोज़ा (Stiven Mendoza) के शानदार गोल के कारण चेन्नईन एफसी 3-2 से आगे हो गई तथा यह मैच जीत लिया। 12 गोल के साथ स्टीवन मेण्डोज़ा इस टूर्नामेण्ट में सर्वाधिक गोल करने वाले खिलाड़ी भी रहे।
यह ISL का दूसरा संस्करण था। वर्ष 2014 में हुए पहले संस्करण को एटलेटिको डि कोलकाता (Atletico de Kolkata) ने जीता था।
3) विश्व व्यापार संगठन (World Trade Organization – WTO) के दसवें मंत्रीस्तरीय सम्मेलन (10th Ministerial Conference) की समाप्ति 19 दिसम्बर 2015 को हो गई जिसमें व्यापार को बढ़ाने से सम्बन्धित कई महत्वपूर्ण समझौते किए गए। यह सम्मेलन किस स्थान पर आयोजित किया गया? – नैरोबी – Nairobi (केन्या)
विस्तार: विश्व व्यापार संगठन (WTO) के दसवें मंत्रीस्तरीय सम्मेलन का आयोजन 15 दिसम्बर से 19 दिसम्बर 2015 के बीच केन्या की राजधानी नैरोबी (Nairobi) में किया गया। यह पहला मौका था जब इस महत्वपूर्ण सम्मेलन का आयोजन किसी अफ्रीकी देश में किया गया। इस सम्मेलन की अध्यक्षता अमीना मोहम्मद (Amina Mohamed) ने की जो केन्या के विदेशी मामलों और अंतर्राष्ट्रीय व्यापार की कैबिनेट सचिव हैं।
इस सम्मेलन की समाप्ति से पहले विश्व के सबसे पिछड़े देशों के कृषि, कपास, आदि मुद्दों से सम्बन्धित छह समझौतों को हस्ताक्षरित किया गया। इसमें कृषि निर्यात (farm exports) से सम्बन्धित निर्यात सब्सिडीज़ (export subsidies) को समाप्त करने पर देशों द्वारा जताई गई प्रतिबद्धता वाला वह निर्णय भी शामिल था जिसे WTO के महानिदेशक रॉबर्टो आज़ेवेडो (Roberto Azevêdo) ने संगठन के 20 साल के इतिहास के दौरान कृषि क्षेत्र से सम्बन्धित सबसे महत्वपूर्ण करार बताया।
लेकिन इस सम्मेलन की समाप्ति से पूर्व अमीर देशों द्वारा प्रदान की जा रही घरेलू सब्सिडी (domerstic subsidies) को नियंत्रित करने को लेकर कोई फैसला नहीं हो सका जिसको लेकर पिछड़े देशों ने काफी जोर लगाया था। वहीं भारत ने इस सम्मेलन में भी 14-वर्ष पुरानी दोहा वार्ता (Doha Round) में लिए गए निर्णयों को पूरा न करने पर अपनी निराशा व्यक्त की।
उल्लेखनीय है कि WTO के मंत्रीस्तरीय सम्मेलन की शुरूआत वर्ष 1996 में हुई थी जब ऐसा पहला सम्मेलन सिंगापुर (Singapore) में किया गया था।
4) 19 दिसम्बर 2015 को सम्पन्न विश्व व्यापार संगठन (WTO) के 10वें मंत्रीस्तरीय सम्मेलन में किस अफ्रीकी देश को संगठन के नए सदस्य के रूप में शामिल किया गया? – लाइबेरिया (Liberia)
विस्तार: लाइबेरिया को WTO की सदस्यता प्रदान करने की घोषणा 19 दिसम्बर 2015 को की गई। लाइबेरिया ने वैश्विक बहुपक्षीय व्यापार को बढ़ावा देने वाले इस सर्वप्रमुख संगठन का सदस्य बनने के लिए आठ वर्ष पूर्व आवेदन किया था। इस अवसर पर लाइबेरिया की राष्ट्रपति एलेन जॉनसन सरलीफ (Ellen Johnson Sirleaf) सम्मेलन के आयोजन स्थल नैरोबी में मैजूद थीं। उन्होंने कहा कि WTO की सदस्यता हासिल होना उनके देश के इतिहास में एक अहम पड़ाव है तथा इससे लाइबेरिया तथा इसके नागरिकों की समृद्धि का मार्ग प्रशस्त होगा।
उल्लेखनीय है कि इस सम्मेलन में ही अफगानिस्तान(Afghanistan)  को भी का नया सदस्य बनाने की घोषणा की गई थी।
5) चीन के सान्या (Sanya) में 19 दिसम्बर 2015 को सम्पन्न मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता (Miss World Pageant) में वर्ष 2015 का मिस वर्ल्ड (2015 Miss World) खिताब किसने जीता? – मीरिया लालागुना रोयो (स्पेन)
विस्तार: स्पेन की 23 वर्षीया सुन्दरी मीरिया लालागुना रोयो (Mireia Lalaguna Royo) ने देश के लिए नया इतिहास रचा जब उन्होंने वर्ष 2015 का मिस वर्ल्ड खिताब जीत लिया। इस प्रकार वे यह खिताब जीतने वाली स्पेन (Spain) की पहली युवती बन गईं। मीरिया बार्सिलोना की प्रोफेशनल मॉडल हैं तथा उनके पास फार्मोकोलॉजी की डिग्री भी है।
इस प्रतियोगिता में रूस की सुन्दरी (Miss Russia) सोफिया निकितचुक (Sofia Nikitchuk) को दूसरा स्थान मिला जबकि इण्डोनेशिया (Indonesia) की मारिया हरफान्ती (Maria Harfanti) तीसरे स्थान पर रहीं। प्रतियोगिता में भारत समेत कुल 114 देशों की सुन्दरियों ने भाग लिया था तथा तमाम दौरों की प्रतियोगिया के बाद इन तीन सुन्दरियों का चुनाव अंतिम दौर के लिए किया गया था। भारत की सुन्दरी अंतिम 10 प्रतियोगियों में स्थान बनाने में असफल रहीं।
वैसे इस सौन्दर्य प्रतियोगिता से जुड़ा एक बड़ा विवाद चीनी मूल की मिस कनाडा (Miss Canada) अनास्तासिया लिन (Anastasia Lin) से सम्बन्धित रहा जिनको चीन में मानवाधिकारों की बुरी स्थिति के बारे में अपने विचार रखने के लिए मेजबान चीन ने प्रतियोगिता में भाग लेने नहीं दिया। लिन ने चीन की धार्मिक नीति के बारे में अपने विचार काफी बेबाकी से रखे थे लेकिन वे फालुन गोंग (Falun Gong) नामक जिस चीनी धार्मिक सम्प्रदाय की अनुयायी हैं उसपर चीन ने 1999 में प्रतिबन्ध लगा दिया गया था।
6) भारत के पेशेवर (professional) मुक्केबाज विजेन्दर सिंह (Vijender Singh) ने अपने करियर के तीसरे मुकाबले में 19 दिसम्बर 2015 को जीत हासिल की। इस जीत के चलते उन्होंने अपने प्रोफेशनल मुक्केबाजी करियर में लगातार तीसरी जीत दर्ज की। इस मुकाबले में उनका सामना बुल्गारिया (Bulgaria) के किस मुक्केबाज से हुआ था जिसने मुकाबले से पहले उन्हें सबक सिखाने की चेतावनी दी थी? – सामेत ह्यूसिनोव (Samet Hyuseinov)
विस्तार: भारत के मुक्केबाज विजेन्दर सिंह ने ब्रिटेन के मैन्चेस्टर एरीना में 19 दिसम्बर 2015 को हुए अपने प्रोफेशनल करियर के तीसरे मुकाबले में बुल्गारिया के सामेत ह्यूसिनोव (Samet Hyuseinov) को तकनीकी नॉक-आउट से पराजित किया। इस मुकाबले को जीतने में विजेन्दर को अधिक समय नहीं लगा तथा कुल 6 दौर के मुकाबले में उन्होंने दूसरे दौर में तब जीत दर्ज कर ली जब रेफरी ने ह्यूसिनोव की पिटाई होते देख मुकाबला पहले ही रुकवा दिया।
उल्लेखनीय है कि इस मुकाबले से पहले सामेत ह्यूसिनोव ने बड़े-बड़े दावे किए थे तथा कहा था कि वे विजेन्दर को दिन में तारे दिखा देंगे।
इस मुकाबले को विजेन्दर के लिए इसलिए भी मुश्किल माना जा रहा था क्योंकि यह उनके प्रोफेशनल करियर का पहला मुकाबला था जिसमें छह दौर (6 rounds) रखे गए थे जबकि इससे पहले हुए उनके दोनों मुकाबले चार दौर के थे। वे दोनों मुकाबले भी उन्होंने बेहद आसानी से जीते थे।



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